वेद-शास्त्र-इतिहास-पुराण की मान्यता के आधार पर महाकुम्भ मेला
हिन्दू मात्र के लिए सबसे बड़ा पर्व माना गया है। हम इस पर्व का आश्रय लेकर, कुम्भ मेले में आकर स्नान, तपस्या, जप, यज्ञ, दान, परोपकार आदि विविध पुण्य कार्य करके, अनायास विराट पुण्य को प्राप्त करके इस लोक में सुख तथा परलोक में सद्गति सरलता से प्राप्त कर लेते हैं।
अखिल भारतीय वनिता आश्रम ट्रस्ट
श्री ऋषिस्वरूप ब्रम्हचारी जी के सानिध्य