kumbh mela 2025 prayagraj

अखिल भारतीय वनिता आश्रम ट्रस्ट

के तत्वावधान में महाकुंभ मेले शिविर का आयोजन

वेद-शास्त्र-इतिहास-पुराण की मान्यता के आधार पर महाकुम्भ मेला

हिन्दू मात्र के लिए सबसे बड़ा पर्व माना गया है। हम इस पर्व का आश्रय लेकर, कुम्भ मेले में आकर स्नान, तपस्या, जप, यज्ञ, दान, परोपकार आदि विविध पुण्य कार्य करके, अनायास विराट पुण्य को प्राप्त करके इस लोक में सुख तथा परलोक में सद्गति सरलता से प्राप्त कर लेते हैं।

कुम्भ मेले के पावन पर्व पर सम्पूर्ण माघ मास कुम्भ स्थल प्रयागराज में निवास करने को कल्पवास कहते हैं। ऐसा करने पर एक कल्प तक तीर्थराज प्रयाग में निवास करने का पुण्य इस एक महीने में ही प्राप्त हो जाता है। इस बार का पर्व, माघ मास तथा मकर के सूर्य के 30 दिन एक ही साथ चलने से कल्पवास के लिए विशेष पुण्यदायी बन गया है।

वेद-शास्त्र-इतिहास-पुराण की मान्यता के आधार पर महाकुम्भ मेला

हिन्दू मात्र के लिए सबसे बड़ा पर्व माना गया है। हम इस पर्व का आश्रय लेकर, कुम्भ मेले में आकर स्नान, तपस्या, जप, यज्ञ, दान, परोपकार आदि विविध पुण्य कार्य करके, अनायास विराट पुण्य को प्राप्त करके इस लोक में सुख तथा परलोक में सद्गति सरलता से प्राप्त कर लेते हैं।

अखिल भारतीय वनिता आश्रम ट्रस्ट

श्री ऋषिस्वरूप ब्रम्हचारी जी के सानिध्य